कैल्शियम की कमी के पीछे क्या हैं कारण? जानें विशेषज्ञों की राय
शरीर को फिट रखने के लिए हड्डियों का मजबूत होना बहुत आवश्यक माना जाता है। हालांकि लाइफस्टाइल और आहार की गड़बड़ी के कारण कम उम्र में ही हड्डियों से संबंधित समस्याओं का जोखिम तेजी से बढ़ता देखा जा रहा है, कैल्शियम की कमी को इसका एक कारण माना जा सकता है।
भारत में कैल्शियम की कमी एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता है, अध्ययनों से पता चलता है कि विभिन्न आयु समूहों में लो कैल्शियम की दिक्कत देखी जाती रही है। अध्ययन में पाया गया कि भारत में शहरी क्षेत्र में स्कूल जाने वाले 59.9% बच्चों और किशोरों में कैल्शियम की कमी हो सकती है। कैल्शियम हड्डियों, दांतों, मांसपेशियों, नसों और हृदय के सामान्य कामकाज के लिए बहुत जरूरी खनिज है।
क्यों होती है कैल्शियम की कमी?
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी लोगों को नियमित रूप से आहार में कैल्शियम युक्त चीजों को शामिल करने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कैल्शियम हड्डियों-दांतों से संबंधित लाभ के अलावा हृदय की लय और मांसपेशियों के संकुचन को भी नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण है। क्या आप अपने आहार के माध्यम से इस पोषक तत्व की पूर्ति कर पा रहे हैं?
शरीर में अपर्याप्त कैल्शियम हाइपोकैल्सीमिया नामक स्थिति का कारण बन सकती है। इस समस्या में भ्रम, मांसपेशियों में ऐंठन, हाथ-पैर में सुन्नता और हड्डियों के फ्रैक्चर होने का खतरा अधिक होता है। कैल्शियम की कमी हड्डियों की ताकत को कम कर सकती है और ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, उम्र के साथ शरीर में कैल्शियम का अवशोषण घट जाता है, यही कारण है कि 50 की आयु के बाद वाले लोगों में इसकी महत्वपूर्ण कमी देखी जाती है। इसके अलावा महिलाओं में विशेषकर रजोनिवृत्ति के बाद, एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी से हड्डियां कमजोर होती हैं।
आहार में डेयरी उत्पादों की कमी या किडनी-लिवर की बीमारी वाले लोग भी कैल्शियम की कमी से परेशान देखे जाते हैं। कुछ बातों का ध्यान रखकर आप शरीर में कैल्शियम की पूर्ति कर सकते हैं।
कैल्शियम के लिए इस बात का भी रखें ध्यान
शरीर में कैल्शियम की पूर्ति के लिए विटामिन-डी वाले आहार की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। असल में कैल्शियम को अवशोषित करने के लिए शरीर को विटामिन डी की आवश्यकता होती है। कैल्शियम हड्डियों के निर्माण और इसकी मजबूती को बनाए रखने में मदद करता है, जबकि विटामिन-डी आपके शरीर में कैल्शियम को प्रभावी ढंग से अवशोषित करने में मदद करता है। इसलिए भले ही आप पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम ले रहे हों, लेकिन विटामिन डी की कमी होने पर यह बेकार हो सकता है।
कैल्शियम के लिए क्या खाएं?
सभी मेवों में से बादाम में सबसे अधिक कैल्शियम होता है। केवल 28 ग्राम बादाम से आप कैल्शियम की दैनिक जरूरतों के 6% की पूर्ति कर सकते हैं। हड्डियों को स्वस्थ रखने के साथ दिमाग के लिए भी बादाम लाभकारी है।
दूध, दही और पनीर जैसे उत्पाद कैल्शियम से भरपूर होते हैं और इसके सेवन से शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम प्राप्त हो सकता है।
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को रोजाना दूध का सेवन जरूर करना चाहिए।
दूध से न सिर्फ कैल्शियम मिलता है साथ ही यह पूर्ण आहार भी माना जाता है। रोजाना दूध के साथ बादाम खाने से हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत रखने में विशेष लाभ मिल सकता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां सिर्फ आयरन ही नहीं कैल्शियम का भी बेहतर स्रोत हैं। गोभी, पालक और कोलार्ड कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं।