गृहमंत्री के बयान को गलत तरीके से पेश कर रही हैं विभाजनकारी शक्तियां: सीएम धामी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में कहा कि पिछले दिनों देश में विभाजनकारी राजनीति करने वाले लोग सुर्खियां बटोरने के लिए गृहमंत्री अमित शाह के संसद में दिये गये बयान के एक छोटे हिस्से को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने का कार्य कर रहे हैं।
लगातार यह घृणित कार्य कांग्रेस कर रही है। कांग्रेस यह कार्य उन बाबा साहब अम्बेडकर के नाम पर कर रही है, जिसने हमेशा अम्बेडकर का अपमान करने का कार्य किया है। देश को संविधान देने वाले बाबा साहब का जीवन समानता तथा भारत के निर्माण के लिये समर्पित रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी, जिसने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का हमेशा अपमान किया, उनका मजाक उड़ाया और उन्हें लज्जित किया, आज वही पार्टी उनके नाम पर हक मांगने का ढोंग कर रही है। कांग्रेस की सोच हमेशा अंबेडकर विरोधी रही है। कांग्रेस को अपने नेताओं और पंडित नेहरू द्वारा बाबा साहब अंबेडकर के प्रति किए गए अपमान के लिए पूरे देश से बिना शर्त माफी मांगना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देता है, तो सदन में उसे बोलने का मौका दिया जाता है लेकिन बाबासाहब भीमराव अंबेडकर के इस्तीफे के बाद सदन में उन्हें बोलने तक नहीं दिया गया। अपने त्याग पत्र में वावा साहब अंबेडकर ने पंडित नेहरू के खिलाफ बहुत कुछ लिखा है। बाबा साहब ने अपने इस्तीफे में लिखा था कि केवल मुसलमानों की चिंता की गई, लेकिन एससी और एसटी को उचित संरक्षण प्रदान नहीं किया गया। कांग्रेस पार्टी देश भर में भाजपा के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस का नाटक कर रही है। जिस कांग्रेस ने देश के महान सपूत डॉ भीम राव अंबेडकर का हमेशा से ही अपमान किया और उन्हें संविधान सभा का सदस्य तक नहीं बनने दिया, आज वह बाबा साहब के प्रति प्रेम का दिखावा कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस कांग्रेस ने बाबा साहब अंबेडकर को 1952 के लोकसभा चुनाव और 1954 के उपचुनाव में हरवाया, जिस कांग्रेस ने बाबा साहब को देश के कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया, जिस महान सपूत को कांग्रेस पार्टी ने भारत रत्न तक नहीं दिया, जिस कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब का एक भी स्मारक नहीं बनने दिया, वो कांग्रेस पार्टी आज बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर प्रेस वार्ता कर रही है। कांग्रेस को इस पाखंड को बंद कर देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी कोई बड़ा नेता जाता है, तो उनकी विरासतों को संजोया जाता है और उनकी स्मृतियाँ बनाई जाती हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब की एक भी स्मृति बनाने की अनुमति नहीं दी। बाबा साहब के जन्मस्थान मध्यप्रदेश में उनकी एक स्मृति निर्माण का काम भाजपा के मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के कार्यकाल दौरान हुआ था, और स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने उसका उद्घाटन किया था। दिल्ली स्थित अंबेडकर सेंटर कांग्रेस पार्टी ने बनने नहीं दिया। जब केंद्र में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की सरकार आई, तो अंबेडकर सेंटर बनकर तैयार हुआ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने लंदन में जहां बाबा साहब रहे थे, वहां उनकी एक स्मृति बनाई।
दिल्ली में उनके निवास स्थान पर स्मृति स्थापित की, नागपुर की दीक्षा भूमि और मुंबई की चौत्य भूमि में भी स्मृतियाँ बनाई। कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब की स्मृतियाँ बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए, केवल अड़चनें डालीं जवकि देशभर में नेहरू, इंदिरा गांधी, संजय गांधी और राजीव गांधी के नाम पर सैकड़ों स्मारक, अस्पताल और सड़कों के नाम रख दिए गए। जिस तरह से पंडित नेहरू और कांग्रेस के नेताओं ने बाबा साहब अंबेडकर के साथ बदसलूकी की और उनका अपमान किया, जिसके साक्ष्य भी मौजूद हैं, उसके लिए कांग्रेस को बिना शर्त माफी मांगी मांगनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब को तो भारत रत्न, पद्म भूषण या पद्मश्री नहीं दिया, लेकिन बाबा साहब अंबेडकर को चुनाव में हराने वाले नारायण सदोबा काजरोलकर को 1970 में पद्म भूषण देकर सम्मानित किया। काजरोलकर के पक्ष में पंडित नेहरू ने भी प्रचार किया था। ये है कांग्रेस की असली हकीकत ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के बाद अमित शाह के रूप में देश को मजबूत गृहमंत्री मिले हैं। नरेन्द्र मोदी जैस मजबूत और सशक्त प्रधानमंत्री मिला है जिनके नेतृत्व में कश्मीर से धारा 370 हटाने का कार्य हुआ है। देश के हित में अनेक निर्णय लिये गए हैं। इसे भी कांग्रेस बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। हरियाणा व महाराष्ट्र के चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी को अपार जन समर्थन मिला है। इससे भी कांग्रेस हताश व निराश है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी गृह मंत्री अमित शाह के भाषण एक बहुत ही छोटे से अंश को बिना किसी संदर्भ के प्रस्तुत कर, खुद के लिए राजनीति करने का एक मुद्दा बनाने का प्रयास कर रही हैं। देश की जनता बहुत परिपक्व है और सब समझती है। ऐसा करके कांग्रेस की दाल नहीं गलने वाली है। कांग्रेस को पहले भी जनता ने सबक सिखाया है और आगे भी जनता इन्हें सबक सिखाएगी।